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जानिए करवा चौथ का महत्व | Karwa Chauth 2025 Date, Puja & Vrat

Karwa Chauth 2025
Karwa chauth vrat

भारत में सुहागिन महिलाओं के सबसे पवित्र और लोकप्रिय व्रतों में से एक है करवा चौथ (Karwa Chauth)। इस दिन विवाहित महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चाँद देखकर व्रत खोलती हैं।
Karwa Chauth 2025 खास है क्योंकि इस साल यह पर्व विशेष शुभ योग और पूर्ण चंद्रमा की तिथि पर मनाया जाएगा।

भारत में सुहागिन महिलाओं के सबसे पवित्र और लोकप्रिय व्रतों में से एक है करवा चौथ (Karwa Chauth)। इस दिन विवाहित महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चाँद देखकर व्रत खोलती हैं।
Karwa Chauth 2025 खास है क्योंकि इस साल यह पर्व विशेष शुभ योग और पूर्ण चंद्रमा की तिथि पर मनाया जाएगा।

Karwa Chauth 2025 Date

2025 में करवा चौथ Thursday, 16 October 2025 को मनाया जाएगा।
पंचांग के अनुसार यह व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन महिलाएँ सूर्योदय से पहले सरगी खाती हैं और फिर दिनभर उपवास करती हैं।

करवा चौथ क्यों मनाया जाता है?

करवा चौथ का महत्व पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने और परिवार की सुख-समृद्धि से जुड़ा है।
मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से पति की उम्र लंबी होती है और वैवाहिक जीवन खुशहाल बनता है।

Karwa Chauth Katha (करवा चौथ कथा)

करवा चौथ की कथा सुनना और सुनाना इस व्रत का अहम हिस्सा है। कथा के अनुसार, एक साहूकार की बेटी ने यह व्रत रखा लेकिन बीच में धोखे से पानी पी लिया, जिससे उसके पति की मृत्यु हो गई। बाद में उसने पूरे विधि-विधान से पुनः व्रत किया और अपने पति को जीवनदान मिला।
तभी से यह परंपरा शुरू हुई और आज भी सुहागिन महिलाएँ karwa chauth katha सुनकर व्रत को पूर्ण करती हैं।

How to Keep Karwa Chauth Vrat

अगर आप सोच रही हैं कि how to keep Karwa Chauth vrat, तो इसकी पूरी प्रक्रिया इस प्रकार है:

  1. सुबह सरगी – सूर्योदय से पहले सास द्वारा दी गई karva chauth sargi खानी होती है।
  2. व्रत की शुरुआत – सूरज निकलते ही महिलाएँ संकल्प लेकर पूरा दिन जल और भोजन त्याग देती हैं।
  3. दिनभर की पूजा – महिलाएँ करवा (मिट्टी का घड़ा) सजाती हैं और पूरे दिन भगवान शिव-पार्वती और गणेश जी का ध्यान करती हैं।
  4. शाम की पूजा – सूर्यास्त के बाद karva chauth pooja की जाती है जिसमें महिलाएँ एकसाथ बैठकर कथा सुनती हैं।
  5. चंद्रोदय – रात में चाँद निकलने पर छलनी से चाँद और फिर पति का चेहरा देखती हैं और पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोलती हैं।

Karva Chauth Pooja Vidhi

Karva Chauth pooja की विधि बेहद पवित्र और खास होती है:

First Karwa Chauth (1st Karwa Chauth Puja) का महत्व

नई-नवेली दुल्हनों के लिए first Karwa Chauth सबसे खास होता है।

Karva Chauth Sargi

सास द्वारा बहू को दिया जाने वाला भोजन और उपहार karva chauth sargi कहलाता है। इसमें शामिल होते हैं:

Sargi करवा चौथ की शुरुआत को शुभ और मंगलकारी बनाती है।

How to Do Karwa Chauth Pooja Step by Step

बहुत सी महिलाएँ पहली बार व्रत करती हैं और सोचती हैं – how to do Karwa Chauth pooja step by step। इसका तरीका यह है:

  1. संध्या समय स्नान करके नए वस्त्र पहनें।
  2. पूजा की थाली सजाएँ – इसमें दीपक, रोली, चावल, मिठाई और छलनी रखें।
  3. करवे के साथ 13 मिट्टी के दीप जलाएँ।
  4. सामूहिक रूप से बैठकर karva chauth katha सुनें।
  5. चाँद निकलने पर छलनी से चाँद देखें और पति को प्रणाम करें।
  6. पति के हाथ से पानी पीकर और मिठाई खाकर व्रत खोलें।

करवा चौथ और विज्ञान

आजकल लोग व्रत को स्वास्थ्य दृष्टि से भी देखते हैं। एक दिन का karvachauth vrat शरीर को detox करने और मानसिक शांति देने में सहायक होता है। इसके अलावा यह पति-पत्नी के रिश्ते को और मजबूत बनाता है।

Karwa Chauth 2025 क्यों खास है?

निष्कर्ष

Karwa Chauth 2025 सिर्फ एक व्रत नहीं बल्कि प्यार, आस्था और रिश्तों की गहराई का प्रतीक है।
इस दिन महिलाएँ पूरे विधि-विधान से karva chauth pooja करती हैं, karwa chauth katha सुनती हैं और रात को चाँद देखकर व्रत खोलती हैं।
चाहे यह first Karwa Chauth हो या सालों से मनाया जा रहा हो, इसका महत्व हमेशा एक जैसा ही पवित्र रहता है।
पति-पत्नी के रिश्ते में विश्वास और प्रेम बढ़ाने वाला यह त्योहार हर साल नई ऊर्जा और खुशी लेकर आता है।

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